एक माशुका ने अपनी सहेली से कहा-‘‘बड़ी परेशान हो गयी हूं। मेरे दोनों आशिक अब महंगाई के बोझ तले दबे जा रहे हैं। इसलिये शादी के लिये दबाव डाल रहे हैं। दोनों को समझाना कठिन हो रहा है। क्या करूं? एक से शादी करती हूं तो दूसरा रूठता है और दूसरे से करती हूं तो पहला रूठता है।’’
सहेली ने कहा-‘‘दोनों को इतना इंतजार करा कि स्वयं ही तौबा कर लें। उपाय मैं बता देती हूं। आजकल ऑप्टोपस नाम के एक समुद्री जीव की बहुत चर्चा है जो विश्व कप फुटबाल में सटीक भविष्यवाणी करता था। तू दोनों से कह दे कि उसके पास तुमने खाने के दो डिब्बे रख दिये हैं। एक डिब्बे पर खाली कागज का झंडा है दूसरे पर आशिक का नाम लिखा हुआ है। अगर वह नाम वाले कागज के साथ रखे डिब्बे का खाना खाता है तो वह शादी करेगी वरना नहीं।’’
माशुका बोली-‘‘अरे वाह, दोनों नाराज होंगे कि यह शर्त पहले तो नहीं रखी थी। अब क्यों ऐसी बात कर रही हो।’’
सहेली बोली-‘‘तुम भी कहना कि मोहब्बत और शादी अलग अलग विषय हैं। शादी के लिये ज्योतिषियों से पूछना पड़ता है तभी तो मुहूर्त निकलता है। शादी का मतलब है कि सब काम पूरे संस्कार के साथ हो। बिना संस्कार के भला कहीं शादी हो सकती है। इधर आजकल ज्योतिषी धोखेबाज हो गये हैं और उनसे पूछताछ करने में खतरा है इसलिये अब ऑप्टोपस पर भरोसा करना ठीक है। सो मैं तो अब ऑप्टोपस से पूछकर ही शादी करूंगी।’’
माशुका ने कहा-‘‘फिर वह पूछेंगे कि ऑप्टोपस ने खाना खाया कि नहीं, और खाया तो नाम वाले डिब्बे का कि बिना नाम के डिब्बे का।’’
सहेली ने कहा कि‘तुम कह देना कि अभी अभी तो मैं लाई हूं। बच्चा है, कुछ बड़ा हो जाये तो ही खायेगा। अरे, इसका फैशन भी तो अभी शुरु हुआ है।’
माशुका ने कहा-‘वह दोनों ही कहेंगे कि हमें दिखाओ।’
सहेली ने कहा-‘‘कह देना कि ‘पगला गये हो। घर पर रखा है, वहां बुलाकर मां बाप को ऑनर किलिंग (सम्मान हत्या) के लिये निमंत्रण देना है। अरे, आजकल इसका फैशन भी चल रहा है, टीवी देखते हो कि नहीं’, साथ ही कह देना कि ‘इस तरह शक शुबहा करोगे तो शादी के बाद क्या करोगे’, यह सुनकर दोनों चुप हो जायेंगे।’’
माशुका खुश हो गयी और बोली-‘‘हां, यह आइडिया अच्छा है।’’
------------------कवि,लेखक,संपादक-दीपक भारतदीप,Gwalior
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